फूटेंगी फिर नई कोपलें है यही उम्मीद पतझड़ भी एक मौसम होगा देगा नई सीख फूटेंगी फिर नई कोपलें है यही उम्मीद पतझड़ भी एक मौसम होगा देगा नई सीख
रिश्तों से मिलकर ही बन जाते हैं, तभी तो यह रंग जीवन के कहलाते हैं। रिश्तों से मिलकर ही बन जाते हैं, तभी तो यह रंग जीवन के कहलाते हैं।
कैनवास के रंग.. कैनवास के रंग..
जमीं...क्यूँ हो रंगे लाल जब दोनों में बहता एक ही रंग। जमीं...क्यूँ हो रंगे लाल जब दोनों में बहता एक ही रंग।
कहे भाऊ कविराय, भरी हो सबकी झोली। खुशियों से भरी हो, पर्व रंगों का होली।। कहे भाऊ कविराय, भरी हो सबकी झोली। खुशियों से भरी हो, पर्व रंगों का होली।।
दोस्त मेरे जीवन में अहम भूमिका निभाते हैं, हर पल मेरा साथ निभाते हैं। कभी साथ देकर, दोस्त मेरे जीवन में अहम भूमिका निभाते हैं, हर पल मेरा साथ निभाते हैं। क...